विप्र बन्धुओं, श्री छः न्याति ब्राहमण महासंघ को मजबूत बनाने के लिए, इसके द्विवार्षिक चुनाव नियमित समय पर करवाने के लिए, आर्थिक आधार स्वायत्त बनाने के लिए, तथा महासंघ को कलियुगी लोगों की कुचेष्टाओं से बचाने के लिए महासंघ के कम से कम 100 संरक्षक सदस्य बनाने का अभियान शुरू किया गया है। ये सभी संरक्षक सदस्य महायंघ महासमिति के स्थाई सदस्य होंगे, इनकी छःमाही सामूहिक बैठक अनिवार्य होगी तथा इन पर महासंघ के चुनाव नियमित अन्तराल पर करवाने की जिम्मेदारी भी होगी। संरक्षक सदस्यता शुल्क केवल मात्र रू. 25000/- रखा गया है। महासमिति के सभी सदस्यों से प्रार्थना है कि सकारात्मक एवं सामाजिक सोच के अधिकाधिक छःन्याति ब्राहमणों को संरक्षक सदस्य बनाने में सहयोग करें।
अध्यक्ष श्री पं. पाराशर नारायण शर्मा |